21 अक्टूबर को साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच हुए क्रिकेट मुकाबले को पहले से ही काफी ज्यादा रोमांचक मुकाबले एका जा रहा था। और कई विशेषज्ञों का भी कहना था कि यह दोनों ही टीमें बराबरी की है ऐसे में कोई बड़ी बात नहीं है कि इन दोनों ही टीमों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।
लेकिन यहां हुआ कुछ उल्टा ही क्योंकि इस मैच का परिणाम यह निकला कि इंग्लैंड अपने वर्ल्ड कप इतिहास की सबसे बड़ी हार का शिकार हुआ और साउथ अफ्रीका ने इंग्लैंड को 229 रनों से हराया।
साउथ अफ्रीका की ओर से पहले बल्लेबाजी करते हुए क्लासेन की शानदार शाट की पारी खेली और इस धुआंधार पारी के चलते ही साउथ अफ्रीका ने इंग्लिश टीम के सामने 400 रनों का लक्ष्य रखा। शानदार गेंदबाजी के साथ-साथ अफ्रीका की टीम ने गजब की गेंदबाजी भी की, ऐसे में रबादा और गेराल्ड ने शुरुआत से ही अंग्रेजी बल्लेबाजों पर हावी होना शुरू कर दिया। दरअसल अफ्रीकी टीम ने शुरुआती ओवरों में ही जॉनी और रूट को चलता किया। और उसके कुछ देर बाद ही बेन स्टोक्स और डेविड मालन क्रीज पर पीके रहकर एक अच्छी साझेदारी जमाने की कोशिश कर रहे थे पर अफ्रीकी बल्लेबाजों की तरह उनके गेंदबाजों ने भी, अंग्रेजों को नाक के चने चबवा दिए।
मुंबई की वानखेड़े में हुए इस मुकाबले ने इंग्लैंड ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था पर उनका फैसला बहुत ही गलत साबित हुआ। इस मैच में ना ही अफ्रीकी बल्लेबाजों के सामने अंग्रेजों की गेंदबाजी चली। और ना ही अफ्रीकी गेंदबाजों के आगे अंग्रेजों की बल्लेबाजी चली।
क्लासेन ने जड़ा ताबड़तोड़ शतक
खेल इस जीत का लगभग लगभग पूरा से जाता है अफ्रीका के धाकड़ बल्लेबाज हेनरी को, जिन्होंने इस विश्व कप में अपनी पहली सत्य की पारी खेली और उन्होंने मात्र 61 गेंद पर 100 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया। आपको बता दें कि यह विश्व कप इतिहास में छठी सबसे तेज शतक की पारी थी जिसे इंग्लैंड की टीम को तहस-नहस कर दिया।
क्लासेन बने मैन ऑफ़ द मैच
और इसी पारी के चलते इस अफ्रीकी बल्लेबाज को मैन ऑफ द मैच अवार्ड से भी नवाजा गया। पर हैरानी की बात है कि विश्व कप के सबसे प्रबल दावेदार माने जाने वाले देश की क्रिकेट टीम यानी इंग्लैंड की क्रिकेट टीम अब तक इस वर्ल्ड कप में कुछ खास नहीं कर पाई है। और अफ्रीका के हाथों मिली इस शर्मनाक हर के चलते वर्ल्ड कप में अंग्रेजों की लुटिया डूबती हुई दिख रही है।
खैर इस जीत के साथ अफ्रीका एक बार फिर से वर्ल्ड कप के प्रबल दवादारों की श्रेणी में आ खड़ी हुई है। और इंडिया के साथ-साथ न्यू जीलैंड जैसी टीम के बाद अफ्रीका को इस वर्ड कप का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।