मोहम्मद शमी की शानदार गेंदबाजी
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने चल रहे आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया है। लीग चरण के पहले हाफ के मैचों में चूक जाने के बावजूद, शमी ने अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल का प्रदर्शन
न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में, शमी ने 9.5 ओवर में 5.79 की इकॉनॉमी रेट से 7/57 विकेट लिए। यह आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप इतिहास में भारत का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है, जो 2003 में इंग्लैंड के खिलाफ आशीष नेहरा के 6/23 से आगे निकल गया है। शमी के आंकड़े वर्ल्ड कप इतिहास में पांचवें सर्वश्रेष्ठ भी हैं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्ग्रा का 2003 में नामीबिया के खिलाफ 7/15 सर्वश्रेष्ठ है।
वर्ल्ड कप में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन
शमी के वर्चस्व का एक प्रमुख पहलू यह है कि वह बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ कितने शानदार रहे हैं। हालांकि शमी बल्लेबाजों के लिए बुरे सपने रहे हैं, लेकिन यह बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं जिनके खिलाफ उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है। इस साल अपने WC अभियान में, शमी ने बाएं हाथ के बल्लेबाजों को 52 गेंदें फेंकी हैं। उन्होंने 20 विकेट लिए हैं, जिसमें से 10 बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ हैं। यह उनकी प्रभावशीलता को दर्शाता है और वह बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ कितने घातक साबित होते हैं।
शमी का बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ प्रदर्शन
शमी के प्रदर्शन से भारत की गेंदबाजी आक्रमण को मजबूती मिली है और वह टीम की सफलता में अहम भूमिका निभा रहे हैं। शमी से उम्मीद की जा सकती है कि वह आगामी मैचों में भी इसी लय को जारी रखेंगे और भारत को वर्ल्ड कप जीतने में मदद करेंगे।
शमी के प्रदर्शन का राज क्या है?
शमी की सफलता का राज उनकी स्विंग गेंदों में है। वह दोनों दिशाओं में गेंद को घुमा सकते हैं, जिससे बल्लेबाजों के लिए उनके सामने खेलना काफी मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा, शमी की गेंदों में काफी गति होती है, जिससे बल्लेबाजों को उनके सामने रन बनाने के लिए जोखिम लेना पड़ता है।
शमी का शानदार प्रदर्शन भारत की विश्व कप जीत की उम्मीदों को बढ़ा रहा है। वह भारतीय गेंदबाजी आक्रमण का अहम हिस्सा हैं और उनकी सफलता टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण है।